शुक्रवार, 9 अप्रैल 2010

विरोधियों का डब्ल फॉल्ट!

जब से सानिया मिर्ज़ा ने शोएब मलिक से शादी का एलान किया है लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। कुछ का कहना है कि ज्ञात इतिहास में भारत को पहुंचाया गया ये इकलौता ऐसा नुकसान है जिसके बारे में हम दावे से कह सकते हैं कि इसके पीछे पाकिस्तान का हाथ है! वहीं पाकिस्तानी इस बात पर खुश हैं कि भले ही आइपीएल ने ग्यारह पाकिस्तानी खिलाड़ियों को नकारा हो, लेकिन सानिया ने तो एक अरब दस करोड़ भारतीय को नकार के एक पाकिस्तानी को चुना है। वहीं शोएब विरोधियों का कहना है कि सात साल के करियर में उन्होंने जितनी लड़कियों को उन्होंने छकाया है अगर गेंदबाज़ी से उतने बल्लेबाज़ों को छकाया होता तो कहीं के कहीं होते।

इसके अलावा न जाने कितनी बातें दोनों मुल्कों में इन दोनों को लेकर हो रही हैं। मगर सवाल ये है कि इस सबके बीच क्या किसी ने भी असली सानिया और असली टैनिस फैन का पक्ष जानने की कोशिश की।

सानिया का असली फैन किसी पाकिस्तानी या कजाकिस्तानी ही नहीं, वो तो उसकी शादी के ही खिलाफ हैं। जब से उसने ख़बर सुनी है उसे यही लग रहा है कि उसके साथ धोखा हुआ है! सिर्फ सानिया की ख़ातिर बरसों से टेनिस देखते आ रहे इस फैन ने अब टेनिस और सानिया दोनों को ही न देखने की क़सम खा ली है। टेनिस से तो उसका वही सम्बन्ध रहा है जो उदय चोपड़ा का एक्टिंग और राखी सावंत का सौम्यता से है। ऐसे में विरोध इस बात पर करना चाहिए कि भारत में टेनिस की लोकप्रियता के खा़तिर सानिया अभी शादी न करे या फिर कभी शादी न करे। हो सके तो पाकिस्तान सरकार को पेशकश की जाए कि चाहो तो कसाब ले लो, मगर हमारी लड़की हमें लौटा दो!

मगर अफसोस इस मोर्चे पर कोई विरोध दिखाई नहीं देता। उल्टे हम इस बात पर बहस कर रहे हैं कि सानिया को शादी के बाद भारत के लिए खेलना चाहिए या नहीं। दरअसल जो टेनिस के जानकार हैं वो तो मानते हैं कि जैसी टेनिस सानिया अभी खेल रही हैं हमें तो उल्टे ये ज़िद्द करनी चाहिए कि सानिया चाहे तो भी अब हम उसे अब भारत की ओर से नहीं खेलने देंगे। अब तो उसे पाकिस्तान से ही खेलना पड़ेगा! हम नहीं चाहते कि अंतरराष्ट्रीय स्तर वो भारत की और भद्द पिटवाए। खुदा के लिए ये काम हमारी हॉकी टीम के लिए छोड़ दो।....मगर अफसोस इस फ्रंट पर भी कोई विरोध नहीं उठाई जा रही है। आख़िर पेशेवर अंसतुष्ट कब ये बात समझेंगे कि किसी बात पर विरोध करना और किस पर नहीं!

3 टिप्‍पणियां:

सागर ने कहा…

mazedar! badhiya

Sania ke liye yahi baat maine ek blog 'Alfaz' par bhi kahi thi.

अविनाश वाचस्पति ने कहा…

दैनिक हिन्‍दुस्‍तान में आज पढ़ लिया है। खूब अच्‍छा नजरिया है।

कुश ने कहा…

सानिया नहीं है तो क्या हुआ..? सिल्क स्मिता तो है ना..