शनिवार, 26 अप्रैल 2008

उनकी फ़ुरसत, हमारी ख़बर! (हास्य-व्यंग्य)

नमस्कार! मैं हूं अज्ञानसागर...स्वागत है आपका हमारे ख़ास कार्यक्रम 'उनकी
फुरसत, हमारी ख़बर' में। आस्ट्रेलिया से लौटने के बाद क्या कर रहे हैं टीम
इंडिया के सितारे अगले एक घंटे में हम इसका जायज़ा लेंगे।
तो सबसे पहले हम रुख करेंगे दिल्ली का, जहां मौजूद हैं हमारे संवाददाता
धुरंधर सिंह। हां तो धुरंधर बताएं। जी अज्ञान... इस वक़्त मैं मशहूर हेयर
स्टाइलिस्ट 'जा-बे' हबीब के सैलून के बाहर खड़ा हूं। अभी-अभी युवा तेज़
गेंदबाज़ प्रशांत शर्मा अंदर गए हैं। उनके यहां आने को लेकर मतभेद बना
हुआ है। कुछ का कहना है कि वो कटिंग करवाने आए हैं, तो कुछ का कहना
है शेव करवाने। वहीं ऐसे भी लोग हैं जिनका मानना है कि उन्नीस साल की
उम्र में शेव तो उनके ढंग से आई नहीं, वो यहां ज़ीरो नम्बर मशीन फिरवाने
आए हैं।
लेकिन अज्ञान, सूत्रों से जो ख़बर हमें मिल रही है उसके हिसाब से वो यहां
'आईब्रो' बनवाने आए हैं। सूत्र बताते हैं कि जो मीडिया कम्पनी प्रशांत का
बिज़नेस प्रमोशन देख रही है उसे लगता है कि प्रशांत गेंद फेंकने के बाद
बल्लेबाज़ को देखते हुए जब आईब्रो रेज़ करता है, तो उसकी 'स्क्रीन प्रजेंस'
कुछ ठीक नहीं आती। इसीलिए कम्पनी ने प्रशांत को सलाह दी है कि अच्छा
हो अगर वो आईब्रो बनवा लें!
तभी अज्ञान बीच में काटते हुए...लेकिन बड़ा सवाल ये है कि क्या इतनी कम
उम्र में उन्हें आईब्रो बनवानी चाहिए? मैं 'पर्सनल एक्सपीरियंस' से बता सकता
हूं कि अगर एक बार आप धागा लगवा लें तो हर पन्द्रह दिनों में नाई के पास
जाना पड़ता है।
इस बारे में दर्शकों से जानना चाहेंगे कि क्या उन्नीस साल की उम्र में प्रशांत
शर्मा को आईब्रो बनवानी चाहिए? आप अपने जवाब 'हां' या 'ना' में स्क्रीन पर
दिये नम्बर पर भेज सकते हैं।
और आइये अब रूख करते हैं टीम इंडिया के कप्तान महेन्द्र सिंह 'सो-नहीं' के
शहर रांची का, जहां मौजूद हैं हमारे संवाददाता मुफ़्तलाल। तो मुफ़्तलाल
बताएं क्या ख़बर है? दीपक, इस वक़्त मैं रांची के मेन मार्केट में मौजूद हूं
जहां टीम इंडिया के कप्तान महेंन्द्र सिंह 'सो-नहीं' अपने भाई के साथ दही
खरीदने आए हैं।हमने जब उनसे पूछा कि दही खरीदने वो बाज़ार क्यों आए हैं, तो उनका
कहना था कि दही के मामले में मैं काफी चूज़ी हूं, इसलिए दही खरीदने खुद
ही बाज़ार आता हूं और जब उनसे पूछा गया कि आपकी माताजी घर पर दही
नहीं जमातीं तो उन्होंने हंसते हुए बताया कि आप तो जानते हीं हैं कि मैं दूध
का कितना शौकीन हूं। सारा दूध ऐसे ही पी जाता हूं.. दही जमाने लायक
बचता ही नहीं।
लेकिन अज्ञान मैं आपको बताना चाहूंगा कि उन्होंने ये बताने से साफ इंकार
कर दिया कि वो इस दही का आख़िर करेंगे क्या?
अज्ञान फिर बीच में कूदता है, तो मुफ्तलाल आपका कहना है कि 'सो-नहीं' ने
ये बताने से साफ इंकार कर दिया है कि वो दही का क्या करेंगे? ये तो अपने
आप में बड़ी ख़बर है।
चलिए हम दर्शकों से ही पूछते हैं ....आप बताएं क्या लगता है आपको कि
महेन्द्र सिंह 'सो-नहीं' जो दही ले कर आएं है उसका वो क्या करेंगे? इसके
लिए आपके पास चार आप्शंस हैं।
आप्शन ए क्या वो इस दही का बूंदी वाला रायता बनाएंगे? आप्शन बी क्या
वो दही को मिक्सी में फेंटकर उसकी लस्सी बनाएंगे? आप्शन सी क्या वो
दही की कढ़ी बनाएंगे? आप्शन डी क्या वो बालों को मुलायम करने के लिए
उसे सिर में लगाएंगे?
आप अपने जवाब हमें आज शाम सात बजे तक हमारी वेबसाइट 'उनकी
फुरसत हमारी ख़बर' डॉट कॉम पर ईमेल के ज़रिए भेज सकते हैं। इसके
अलावा आप फलां नम्बर पर एसएमएस भी कर सकते हैं या फलां नम्बरों पर
कॉल कर सकते हैं। और फोन पर अगर आप पैसे बर्बाद न करना चाहें तो
हमें मिस कॉल कर सकते हैं, हमारा लड़का आपको पलट कर कॉल कर लेगा।

नोट-(यह लेख पहले indiabol.blogspot.com पर पोस्ट हो चुका है।
अपने ब्लॉग पर पहली दफा डाल रहा हूं।)

2 टिप्‍पणियां:

कुश ने कहा…

वाह इसे कहते है असली व्यंग्य.. आप काफ़ी प्रतिभाशाली है.. और आपके सभी लेख में एक प्रवाह है जो इन्हे और रोचक बनता है.. यूही लिखते रहे..

साभार..
कुश

Saee_K ने कहा…

aapka lekh pehli bar padha aur aapki lekhani bahut achhi lagi..pehle is vyang kaha ja sakta tha par aaj kal yeh sachhai ban ne mei zyada der nahi hogi..bahut badhiya..

likhte rahe